Friday, May 13, 2011

कुछ पल याद आते हैं....

 कुछ पल याद आते हैं
कुछ यादो मैं रह जाते हैं
कुछ के सहारे जिन्दगी चलती हैं
कुछ अपने बन जाते हैं
कुछ जीवन का अनुभव कराते हैं
कुछ जीवंत हो जाते हैं
कुछ सपने दिखाते हैं
कुछ आँखों मैं बस जाते हैं
कुछ आंसू ले आते हैं
कुछ हंसाकर चले जाते हैं
कुछ सुबह के सुकून कि तरह होते हैं
कुछ धुप सा जलाते हैं
कुछ डराते हैं धमकाते हैं
कुछ गले लगाते हैं
कुछ पल याद आते हैं
कुछ भूल जाते हैं....
कुछ पल छः दिन के होते हैं
जो बरसो याद आते हैं
कुछ पल इन्तजार के होते हैं
जो ख़त्म होने का इन्तजार करते हैं
कुछ जीवन के साथ ख़त्म होते हैं
और कुछ जीवन दे जाते हैं ..

Saturday, May 7, 2011

माँ का साथ नसीब वालों को मिलता हैं....


माँ का साथ नसीब वालों को मिलता हैं
जो जितना रोता हैं उसे माँ का प्यार मिलता हैं,
जिद के आगे हमेशा झुकती हैं
मेरी हर मुराद को पूरा वो करती हैं,
चोट खाई मैंने दर्द वो सहती हैं
गोद मैं उठाकर मलहम पट्टी करती हैं,
प्यार से पुचकारती हैं डांटती हैं
पास बैठाकर निवाला खिलाती हैं,
हर निवाले कि अलग सी 'सुगंध' होती हैं
कही मुंह न जल जाए इसलिए फूंक फूंक कर देती हैं,
मेरी शैतानियों मैं वो भी शामिल हो जाती हैं
कही रूठ न जाऊ इसलिए झुलाती है,
पापा कि फटकार से आकर बचाती है
आगे आकर उठा ले जाती हैं,
डरता हूँ तो पास सुलाती हैं
किसीकि नजर न लग जाए इसलिए काजल लगाती हैं ,
हर सुख-दुःख मैं साथ रहती हैं
इसलिए वो माँ कहलाती हैं....

Tuesday, April 26, 2011

एक तालाश जो...


एक तालाश जो 
कभी ख़त्म नहीं होती 
उन आँखों के लिए जो
मुझे अक्सर देखा करती थीं 
एक आवाज जो 
अभी तक मेरे कानो 
मैं गूंजती है 
एक सांस जो 
हवा के साथ आज 
भी मुझ से होकर गुजरती हैं 
एक बात 
जिसे कहने का साहस 
आज भी कर रहा हूँ
एक रात 
जिसके गुजरने का 
आज भी इन्तजार कर रहा हूँ 
एक वहम 
जिसे सुलझाने कि 
कोशिसो मैं उलझते जा रहा हूँ 
एक रास्ता 
जिस पर तलाश रहा हूँ 
नई जिन्दगी कि डगर 
एक होसला 
जिसे पाने के लिए 
नए दोस्त बनाये जा रहा हूँ 
एक उम्मीद 
जिसके सहारे 
उन तमाम गलतियों को भुला रहा हूँ 
एक पच्श्याताप 
जिसके आगे 
झुकाते जा रहा हूँ 
एक कारण 
जिससे ढूंढने कि 
कोशिश आज तक कर रहा हूँ....

Tuesday, November 2, 2010

आओं एक दीप जालाये...

अंधियारों से लड़ने की लिए
आओं एक दीप जालाये...
सभी को साथ लेकर चले हम
कुछ ऐसा हम कर जाए
आओं एक दीप जलाये....
समाज की कुरीतियों को
इस दीपक मैं जालाए
सब का आदर करें हम
सब के साथ खुशिया मनाये
आओं एक दीप जलाए....
दीपक की तरह शांत रहे हम
हर तरफ उजियारा फैलाए
अपनी लौ न बुझने दे
एक नया और दीपक जालाये
आओं एक दीप जालाये....
सभी दोस्तों को दीपोत्सव की शुभकामनाएं

Thursday, May 6, 2010

आज मेरी आँखे रोंती हैं...


आज मेरी आँखे रोंती हैं
उन कोमल हाथों के लिए
जिसने बचपन मैं इन
आख्नों को पुचकारा था
आज मेरा मन शांत हैं
उन बाँतो के लिए
जिसने मेरे जीवन को
इन उंचाइयो तक पहुंचाया हैं
आज मैं उदास हूँ इसलिए
माँ तेरा हाथ सिर पर नहीं हैं
अब ऐसा लगता हैं
के ये आसमा गुम सा गया हैं
आज मैं अकेला हूँ इसलिए
के जीवन के कठिन डगर मैं
तू साथ नहीं हैं
फिर भी तेरा साया साथ चलता हैं
आज मैं चुप हुईं इसलिए
के तू मुझसे बोलती नहीं
लेकिन मेरा मन हमेशा
तुझसे बात करता हैं
आज तेरा
भोलापन याद आता हैं
जब मुझे डांटकर सुला देती थी
लेकिन अब दिन और रात
एक जैसे हो गए हैं
माँ तुने कितनी तकलीफों मैं
मेरा कद बढाया
लेकिन आज भी मैं
छोटा रह गया...
माँ तू कितनी कोमल हैं
तू कितनी शांत हैं
तेरी करुणा के आगे
सब बइमान हैं.....................

Tuesday, March 30, 2010

रास्ते पर निकलता हूँ


रास्ते पर निकलता हूँ 
हर कदम गिनता हूँ 
कही ठोकर न लग जाये फिर से 
इसलिए निगाहें झुका कर चलता हूँ.... 
कभी कांटो से डर लगता था 
अब कांटो पर चलता हूँ 
जिन्दगी के हर मोड़ पर 
इस चुभन को मासूस करता हूँ .... 
चला था किसीका साथ ढूंढने 
अब साथ मैं चलने वालो से डरता हूँ 
कभी सभी पर था विश्वास मुझको 
अब खुद पर विश्वास करने से डरता हूँ ..... 
भीड़ मैं चहरे पहचानने की आदत थी 
अब चेहरों की हंसी से डरता हूँ... 
न जाने क्यू एक वहम सताता हैं मुझकों 
के मैं गलत था.. मैं गलत था... मैं गलत था...

Sunday, March 7, 2010

हे नारी


हे नारी 
तुझमें पीढियां समाई हैं
तेरे आँचल ने 
इस संसार को छाँव दी हैं
तेरे प्यार ने 
लोगों की घर्णा मिटाई हैं
तेरे विचारों से 
हमनें नई दिशा पाई हैं
तेरे बलिदान से 
हमें नया जीवन मिला हैं
तेरी करुना से 
इस संसार ने हमें अपनाया हैं
तेरे कोमल हाथों ने 
हमारा व्यक्तित्व को संवारा हैं 
तेरे मजबूत इरादों ने 
हमें जीने का लक्ष्य बताया हैं
तेरे आंसुओं ने
हमें प्यार करना सिखाया हैं
तेरे सम्मान ने 
हमें समाज का आइना दिखाया हैं
तू महान, तू भगवान् हैं
तुझमे ही ये स्रष्टि विराजमान हैं
तेरे चरणों के आगे 
ये जीवन बलिदान हैं 
तुझे नमन,,, तुझे नमन......